बच्चों को दस बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए चलाए गए टीकाकरण अभियान में झज्जर की टीम ने दादरी के साथ पहले स्थान पर कब्जा जमाया है। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में नूंह व रोहतक सबसे फिसड्डी साबित हुए।
नौ माह तक के बच्चों को बीसीजी (बेसिल कालमेट ग्यूरीन), पोलियो ड्राप, हेपेटाइटिस-बी, पेंटा वैलेट, पांच बूंद रोटावायरस की, न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी), मिजल्स रूबेला (एमआर) आदि वैक्सीन दी जाती हैं। ये वैक्सीन क्षयरोग, पोलियो, गलघोटू, काली खांसी, टिटनेस, पीलिया, निमोनिया, दस्त, खसरा, रूबेला व जापानी बुखरा (केवल उन जिलों में जहां धान की खेती अधिक होती है) बीमारियों से बच्चों को सुरक्षित रखती है। झज्जर में स्वास्थ्य विभाग की टीमें भट्ठों पर जाकर भी टीकाकरण करती हैं। इसके तहत आंगनवाड़ी व सब हेल्थ सेंटर पर एएनएम प्रत्येक बुधवार व शुक्रवार को बच्चों का टीकाकरण किया जाता है।
स्वास्थ्य विभाग बच्चों के स्वस्थ रखने के लिए प्रयासरत रहता है। टीकाकारण में झज्जर टॉप पर है। टीकाकारण के माध्यम से बच्चों को दस से अधिक बीमारियों से सुरक्षित रखा जाता है। विभाग लोगों को टीकाकरण के प्रति निरंतर जागरूक भी करता रहता है।
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