कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय (डिस्टेंस) में दाखिला लेने वाले देशभर के विद्यार्थियों के लिए राहत की खबर है। अब थ्योरी इंटरनल असेसमेंट के अंकों को जोड़कर भी पास हो सकेंगे। पहले दोनों में अलग-अलग पास होना जरूरी होता था। विद्यार्थियों को थ्योरी के 80 इंटरनल असेसमेंट के 20 अंकों में से मिलाकर
पास होना पड़ेगा। ऐसे में दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय के हजारों विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। गौरतलब है कि गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी के दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय में भी विद्यार्थियों को इसी तरह थ्योरी इंटरनल असेसमेंट दोनों के अंकों को मिलाकर पास करने का नियम है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। अब तक दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय के स्नातक स्नातकोत्तर कोर्सों में 20 अंकों की इंटरनल असेसमेंट और थ्योरी के 80 अंकों में से अलग-अलग 40 प्रतिशत अंक लेकर पास होना जरुरी है। अगर विद्यार्थी के इंटरनल असेसमेंट में 20 में से 18 अंक जाते थे और 80 में से 25 से 30 नंबर तक भी जाते थे और कुल मिलाकर 43 से 48 अंक बनने के बावजूद विद्यार्थी की रिअपीयर जाती है। इसका कारण थ्योरी में विद्यार्थी के 40 प्रतिशत से कम अंक रहना है। 80 अंकों में से पास होने के लिए जरुरी 40 प्रतिशत 32 अंक बनते हैं।
विद्यार्थी हित में लिया फैसला: दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय की निदेशक प्रो. मंजुला चौधरी ने कहा कि विद्यार्थी हित में निदेशालय ने इंटरनल असेसमेंट थ्योरी की परीक्षा के अंकों को जोड़कर पास करने का नियम बनाया है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग पास होने की शर्त से विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। निदेशालय ने विद्यार्थियों की परेशानी को दूर करने और उन्हें राहत देने के लिए आगामी शैक्षणिक सत्र से नया नियम लागू करने का फैसला लिया है। प्रो. मंजुला ने उम्मीद जताई कि इस फैसले के बाद कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के दूरवर्ती निदेशालय में विद्यार्थियों की संख्या और अधिक बढ़ेगी। हर साल करीब 25 हजार विद्यार्थी डिस्टेंस एजुकेशन से जुड़ते हैं।
नए नियम में यह होगा: नए नियम के मुताबिक इंटरनल असेसमेंट के 20 अंक और थ्योरी के 80 में से प्राप्त अंकों का कुल योग 40 बनते ही विद्यार्थी पास हो जाएगा। इससे विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिलेगी। नया नियम आगामी शैक्षणिक सत्र से शुरु हो जाएगा। जिसका लाभ स्नातक स्नातकोत्तर के सभी कोर्सों के विद्यार्थियों को मिलेगा।
ऐसे लगती है इंटरनल असेसमेंट: दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय के विद्यार्थियों की 20 प्रतिशत इंटरनल असेसमेंट पीसीपी की कक्षाओं के दौरान ली जाने वाली परीक्षाओं के प्राप्त अंकों के आधार पर लगती है। वहीं किसी कारण इन परीक्षाओं को देने से वंचित रहने वाले विद्यार्थियों के इंटरनल असेसमेंट के अंक थ्योरी की परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर इंटरनल असेसमेंट के अंक लगते हैं।
एक टिप्पणी भेजें