नवचयनित जेबीटी शिक्षकों को ज्वाइनिंग कराने में शिक्षा विभाग के पसीने छूट रहे हैं। कहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में स्टाफ की कमी शिक्षकों की नियुक्ति में रोड़ा अटका रही है तो कहीं मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में जमा आवेदकों की भीड़ से सारी व्यवस्था दम तोड़ जा रही है। 1मुख्यमंत्री निवास और शिक्षा निदेशालय पूरी स्थिति पर नजर रखे है और हर दिन की रिपोर्ट तलब की जा रही है। प्रदेश के सभी डीईईओ ऑफिस में 28 अप्रैल से नवचयनित 7906 जेबीटी शिक्षकों को ज्वाइनिंग कराने की प्रक्रिया जोर-शोर से चल रही है। यहां तक कि सभी कर्मचारियों की छुट्टियां और साप्ताहिक अवकाश रद कर उन्हें कार्यालय में आवेदकों के दस्तावेजों की जांच और नियुक्ति पत्र देने के काम में लगाया गया है।
शिक्षकों को सबसे ज्यादा मुश्किल सीएमओ कार्यालय से फिटनेस प्रमाणपत्र लेने में आ रही है। स्टाफ कम होने से दिन में केवल एक सौ लोगों को ही स्वास्थ्य जांच के बाद प्रमाणपत्र दिया जा सकता है। ऐसे में यहां दिन भर फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए मारामारी की स्थिति रहती है। सारा दिन धक्के खाने के बावजूद कई युवा मायूस होकर लौट जाते हैं और अगले दिन फिर शुरू हो जाता है लाइन में लगने का दौर। कुछ यही हाल डीईईओ ऑफिस का है जहां आवेदक सैकड़ों हैं तो स्टाफ गिना-चुना।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने मांगी रिपोर्ट
डीईईओ ऑफिस में चल रही शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने हर दिन की रिपोर्ट तलब की है। सभी डीईईओ को हिदायत दी गई है कि नवचयनित शिक्षकों की नियुक्ति में आ रही अड़चनों को दूर कर ज्वाइनिंग प्रक्रिया को यथाशीघ्र पूरा किया जाए।
मेवात से बुलाए शिक्षक
सरकार ने अंतर जिला तबादला नीति के तहत मेवात में भेजे गए सभी जेबीटी शिक्षकों को वापस बुला लिया है। मौलिक शिक्षा निदेशालय ने मेवात कैडर के 887 जेबीटी शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने के बाद यह निर्देश दिए हैं।
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