सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को मिड-डे मील की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजने के लिए अपने मोबाइल का डाटा यूज नहीं करना पड़ेगा। शिक्षक शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए नंबर 15544 पर फ्री में मिड-डे-मील की रिपोर्ट भेज सकेंगे। इसके लिए शिक्षक विभाग के निदेशक ने सभी डीईओ को पत्र जारी कर शिक्षकों को नया टोल फ्री नंबर जारी करने के आदेश दिए है|
शिक्षा विभाग ने पहले आदेश दिए थे कि सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षक एमडीएम की ऐप के जरिए अपने स्कूल में बनने वाले मिड-डे-मील की रिपोर्ट भेजेंगे। विभाग ने यह आदेश तो जारी कर दिए, लेकिन किसी भी शिक्षक को अधिकारियों ने इस ऐप को कैसे चलाए और कैसे मिड-डे-मील की रिपोर्ट भेजे। इस बारे में किसी को कुछ नहीं सिखाया। इस समस्या के चलते शिक्षकों को परेशानी उठानी पड़ती थी। वही ऐप चलाने के लिए मोबाइल इंटरनेट का डाटा यूज करना पड़ता था। फिर इंटरनेट के जरिए मिड-डे-मील की रिपोर्ट अधिकारियों को बडी मुश्किल से भेजनी पड़ती थी। वही गांवों के शिक्षकों को गांवों में अच्छा नेटवर्क न होने के कारण इंटरनेट पर रिपोर्ट भेजने में परेशानी होती थी। इन तमाम समस्याओं को देखते हुए शिक्षा विभाग ने नया टोल फ्री मैसेज नंबर 15544 जारी किया गया है। इस नंबर पर शिक्षक आसानी से मैसेज के माध्यम से अपनी मिड-डे-मील की रिपोर्ट भेज सकेंगे।
- नया नंबर शिक्षकों को जारी कर दिया गया है: शिक्षा विभाग ने स्कूलों में बनने वाले मिड -डे मील की रिपोर्ट हर दिन भेजने के लिए 15544 नंबर जारी किया। इस नंबर पर हर रोज शिक्षकों को अपनी मिड -डे मील की रिपोर्ट भेजनी होगी। इस नंबर पर मैसेज भेजने पर मोबाइल से कोई चार्ज नहीं कटेगा। वही शिक्षकों के लिए भी मिड -डे मील की रिपोर्ट भेजना आसान हो जाएगा। - डॉ.यज्ञदत्त वर्मा, डीईओ।
- इस तरह भेजना होगा मैसेज: सबसे पहले शिक्षकों को मोबाइल के मैसेज बॉक्स में जाना होगा। जिस नंबर पर भेजना है वहां 15544 लिख देना है। इसके बाद टेक्स्ट मेटर में जाकर एमडीएम छात्र संख्या लिखकर जारी किए नंबर पर मैसेज भेज देना है। यह मैसेज शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास चला जाएगा। इस तरह हर रोज शिक्षक आसानी से अपने स्कूल में बनने वाले मिड -डे मील की रिपोर्ट भेज सकते हैं। इसमें खास बात यह रही है कि मैसेज भेजने के बाद शिक्षकों के मोबाइल से कोई भी रुपया नहीं कटेगा। इस नंबर पर मैसेज भेजना बिल्कुल फ्री होगा। विभाग की ओर से इसके लिए तैयार किए गए ऐप को भेज कर हर स्कूल के शिक्षक से इसके अनुकूल कार्य करने को कहा गया है।
एक टिप्पणी भेजें