हमें ये तो पता हैं कि CFL बल्ब बिजली बचाते हैं लेकिन हम ये नहीं जानते कि इन बल्बों में पारा पाया जाता है जो कि शरीर में चले जाने पर बहुत ही घातक साबित होता है।
हम आपके लिए लेकर आएं है इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी जिसे जानना आपके लिए बेहद जरूरी है
- कभी भी तुरंत CFL ना बदलें। उसके ठन्डे होने का इंतज़ार करें।
- CFL टूट जाने पर तुरंत कमरे से निकल जाएं, ध्यान रखें कि पैर कांच के टुकड़े पर ना पड़ जाए।
- पंखे एसी इत्यादि बंद कर दें जिससे पारा फैल ना सके।कम से कम १५-२० मिनट बाद कमरे में प्रवेश करके टूटे हुए कांच को साफ़ करें। पंखा बंद रखें और मुंह को ढक कर रखें, दस्ताने पहने और कार्डबोर्ड की मदद से कांच समेटें, झाड़ू का इस्तेमाल ना करें क्यूंकि इससे पारे के फ़ैलने का डर रहता है। कांच के बारीक कण टेप की मदद से चिपका कर साफ़ करें।
- कचरा फेंकने के बाद साबुन से हाथ धोना ना भूलें।
- यदि कारणवश चोट लग जाए तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं और उसे चोट के बारे में सारी जानकारी दें।
सीसे और आर्सेनिक से भी कहीं अधिक ज़हरीला और घातक पारा होता है। इसलिए CFL का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें और स्वस्थ रहे |
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