जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जेबीटी को नियुक्ति को लेकर दिनभर इंतजार करना पड़ा। इसके बाद सायं पांच बजे नियुक्ति मिली। जिस पर अध्यापकों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने अध्यापकों को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में नियुक्ति की गई है। इसके बाद अब एमआइएस पोर्टल पर अध्यापकों को स्टेशन अलॉट किए जाएंगे। गौरतलब कि सिरसा जिले में शिक्षा विभाग ने 533 जेबीटी अध्यापकों का चयन किया है। जबकि जिले में 192 जेबीटी के पद रिक्त पड़े हुए हैं।
- 8 घंटे के बाद आई मेडिकल रिपोर्ट - जेबीटी अध्यापकों का सोमवार को मेडिकल करवाया गया। मेडिकल लिस्ट सायं 4 बजे आई। जिससे अध्यापक दिनभर दौड़ धूप करते रहे।
- 9 साल तक की खेतीबाड़ी अब देंगे स्कूल में ड्यूटी - हिसार जिले के गांव खानपुर निवासी संजय कुमार ने बताया कि वर्ष 2008 में जेबीटी की इसके बाद कहीं पर नौकरी नहीं मिली। जिस पर गांव में खेतीबाड़ी करनी शुरू कर दी। संजय कुमार ने बताया कि अब नौकरी मिलने से घर का गुजरा हो सकेगा।
- स्टेशन अलॉटमेंट के बारे में सभी जेबीटी को कराया अवगत - शिक्षा विभाग की गठित टीम में खंड शिक्षा अधिकारी आत्म प्रकाश मेहरा, प्राचार्य सहीराम, प्राचार्य विजय चुघ, जसपाल सिंह, अरुण कुमार कुंदरा, अनिल गुप्ता ने अध्यापकों द्वारा दिए गये दस्तावेजों की जांच की। इसके बाद अध्यापकों को नियुक्ति हुई। अब एमआईएस पोर्टल पर अध्यापकों के स्टेशन अलॉट किए जाएंगे।
- सवाल ये भी, अध्यापकों को कहां से मिलेगा वेतन - शिक्षा विभाग ने जिले में 533 जेबीटी अध्यापकों को नियुक्त किया गया है जबकि जिले में जेबीटी अध्यापकों के 192 पद रिक्त हैं। जिससे जेबीटी अध्यापकों को वेतन किस जिले से निकाल कर दिया जाएगा। इस बारे में शिक्षा विभाग के अधिकारी भी असमंजस में हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी इस बारे में कुछ भी बताने के लिए तैयार नहीं है।
- लंबे समय से था इंतजार - नहला निवासी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि वर्ष 2007 में जेबीटी की। इसके बाद कहीं पर नौकरी नहीं मिली। अब नौकरी मिलने से बहुत खुशी मिली है। बच्चों को अच्छे तरीके से पढ़ाई करवाने का कार्य करूंगा।
एक टिप्पणी भेजें